प्रभु प्रेमियों ! सत्संग ध्यान के इस प्रवचन सीरीज में आपका स्वागत है। आइए आज जानते हैं-संतमत सत्संग के महान प्रचारक सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के भारती (हिंदी) प्रवचन संग्रह "महर्षि मेंहीं सत्संग सुधा सागर" के प्रवचन नंबर S254, इसमें बताया गया है कि ईश्वर का असली दर्शन से सारे दु:खों और संशयों का नाश होता है। चाहे कोई राजा दशरथ के जैसा बलशाली और भगवान राम के पिता ही क्यों न हो । लेकिन ईश्वर के तत्वत: तथा आत्म स्वरुप के दर्शन के बिना उसके सारे संसारिक दु:खों का नाश नहीं हो सकता है। इन्हीं सब बातों की चर्चा इस प्रवचन में किया गया है। इस प्रवचन के पहले भाग को पढ़ने के लिए यहां दबाएं।
पूज्यपाद गुरुदेव |
प्रवचन चित्र 3 |
प्रवचन समाप्त |
प्रभु प्रेमियों ! गुरु महाराज के इस प्रवचन का पाठ करके आपलोगों ने जाना कि ईश्वर का असली दर्शन से सारे दु:खों और संशयों का नाश होता है । इतनी जानकारी के बाद भी अगर आपके मन में किसी प्रकार का संका या कोई प्रश्न है, तो हमें कमेंट करें। इस प्रवचन के बारे में अपने इष्ट मित्रों को भी बता दें, जिससे वे भी लाभ उठा सकें। सत्संग ध्यान ब्लॉग का सदस्य बने। इससे आपको आने वाले प्रवचन या पोस्ट की सूचना नि:शुल्क मिलती रहेगी।
S254, (ख) ईश्वर का असली दर्शन से सारे दु:खों और संशयों का नाश -महर्षि मेंहीं
Reviewed by सत्संग ध्यान
on
7/08/2018
Rating:
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
प्रभु प्रेमियों! कृपया वही टिप्पणी करें जो सत्संग ध्यान कर रहे हो और उसमें कुछ जानकारी चाहते हो अन्यथा जवाब नहीं दिया जाएगा।