प्रभु प्रेमियों ! सत्संग ध्यान के इस प्रवचन सीरीज में आपका स्वागत है। आइए आज जानते हैं
- मानस जप के बारे में । मानस जप के फायदे क्या है ? मानस जप किसे कहते हैं? आदि बातों से संबंधित इस प्रवचन के पहले भाग को पढ़ने के लिए आप
यहां दबाएं ।
|
गुरु महाराज विराजित |
यह प्रवचन भारत की राजधानी दिल्ली में अखिल भारतीय संतमत सत्संग के महाधिवेशन के अवसर पर हुआ था यह संध्याकालीन प्रवचन है जो बहुत ही अच्छा है आइए अब इस प्रवचन के शेष भाग को पढ़ें-
|
प्रवचन चित्र 5 |
|
प्रवचन चित्र 6 |
|
प्रवचन चित्र 7 |
|
प्रवचन चित्र 8 |
|
प्रवचन चित्र 9 |
प्रभु प्रेमियों ! यह प्रवचन अभी भी बहुत लंबा है जिस कारण से इसको तीसरे भाग में बांटना पड़ेगा और वहां तक जाने के लिए आप।
यहां दबाएं ।
कोई टिप्पणी नहीं:
प्रभु प्रेमियों! कृपया वही टिप्पणी करें जो सत्संग ध्यान कर रहे हो और उसमें कुछ जानकारी चाहते हो अन्यथा जवाब नहीं दिया जाएगा।