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S225, (क) सत्संग महिमा, सत्संग क्यों करना चाहिए? -सद्गुरु महर्षि मेंहीं

प्रभु प्रेमियों ! सत्संग ध्यान के इस प्रवचन सीरीज में आपका स्वागत है। आइए आज जानते हैं-संतमत सत्संग के महान प्रचारक सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के हिंदी प्रवचन संग्रह "महर्षि मेंहीं सत्संग सुधा सागर" के प्रवचन नंबर S225, इसमें  बताया गया है कि हमलोग रोजाना सत्संग क्यों करते हैं? इसकी क्या महिमा है? सत्संग करने से क्या फायदा होता है ? सत्संग करना क्यों जरुरी है ? सत्संग से हर तरह का सुख प्राप्त होता है। सत्संग करने से सत्संग करने का ध्यान करने का उत्साह बना रहता है। तो आइए; गुरु महाराज के इस प्रवचन को पूरे मनोयोग से पाठ करें, पाठ करने के पहले गुरु महाराज का दर्शन करें-

भक्तों के बीच गुरुदेव
भक्तों के बीच गुरुदेव


प्रवचन चित्र एक
प्रवचन चित्र एक

प्रवचन चित्र दो
प्रवचन चित्र दो

     प्रभु प्रेमियों ! आप लोगों ने गुरु महाराज के प्रवचन का पाठ किया ‌। इस प्रवचन का 2 पृष्ठ और हैं। जिसका पाठ करने के लिए आप       यहां दबाएं।




S225, (क) सत्संग महिमा, सत्संग क्यों करना चाहिए? -सद्गुरु महर्षि मेंहीं S225, (क)  सत्संग महिमा, सत्संग क्यों करना चाहिए? -सद्गुरु महर्षि मेंहीं Reviewed by सत्संग ध्यान on 4/05/2018 Rating: 5

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