प्रभु प्रेमियों ! सत्संग ध्यान के इस प्रवचन सीरीज में आपका स्वागत है। आइए आज जानते हैं-संतमत सत्संग के महान प्रचारक सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के हिंदी प्रवचन संग्रह "महर्षि मेंहीं सत्संग सुधा सागर" के प्रवचन नंबर S470, इसमें बताया गया है कि संत दादू दयाल जी की दृष्टि में ईश्वर काका स्वरूप कैसा है । संत दादू दयाल जी महाराज भारत के प्रसिद्ध संतो में आते हैं। उनकी वाणी में ईश्वर का स्वरुप किस तरह से वर्णन हुआ है । इस पर चर्चा करते हुए सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज कहते हैं ध्यान योग का परम लक्ष्य है ईश्वर की प्राप्ति । इसके लिए पूरे मनोयोग योग से ध्यान करना होगा और फ्रेश रहना होगा। ध्यान करने की विधि बहुत तरह से लोग बताते हैं लेकिन सबसे अच्छा ध्यान गीता के अनुसार नासाग्र में देखना है।
प्रवचन चित्र |
प्रवचन चित्र दो |
प्रवचन समाप्त |
प्रभु प्रेमियों ! गुरु महाराज के इस प्रवचन का पाठ करके आपलोगों ने जाना कि संत दादू दयाल जी की दृष्टि में ईश्वर काका स्वरूप कैसा है । इतनी जानकारी के बाद भी अगर आपके मन में किसी प्रकार का संका या कोई प्रश्न है, तो हमें कमेंट करें। इस प्रवचन के बारे में अपने इष्ट मित्रों को भी बता दें, जिससे वे भी लाभ उठा सकें। सत्संग ध्यान ब्लॉग का सदस्य बने। इससे आपको आने वाले प्रवचन या पोस्ट की सूचना नि:शुल्क मिलती रहेगी।
S470, संत दादू दयाल जी की दृष्टि में ईश्वर-स्वरूप --सद्गुरु महर्षि मेंही प्रवचन
Reviewed by सत्संग ध्यान
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7/13/2018
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