S27, Understand the Navadha bhakti described by Shriram to achieve ultimate happiness -महर्षि मेंहीं
महर्षि मेंहीं सत्संग सुधा सागर" /27
प्रभु प्रेमियों ! संतमत सत्संग के महान प्रचारक सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के भारती (हिंदी) प्रवचन संग्रह "महर्षि मेंहीं सत्संग सुधा सागर" के प्रवचन नंबर 27 वां, भारत देश के, बिहार राज्य के कटिहार जिलांतर्गत, मनिहारी में श्रीसुकदेव पोद्दारजी के यहां आयोजित सत्संग कार्यक्रम में दिनांक- 26-10-1952 ई. को अपराह्न काल में हुआ था। --पूज्यपाद स्वामी श्री संतसेवी जी महाराज ।
इस संतमत प्रवचन में आप जानेंगे--भागवत पुराण - में ध्यान,ध्यान क्यों व कैसे किया जाए,ध्यान की सफलता के लक्षण, ध्यान और सफ़लता,ध्यान सफलता के लिए कुंजी,शांतिपूर्ण सुख,सुखी और शांतिपूर्ण जीवन का रहस्य,जहाँ शांति है वही सुख,सुख और शान्ति का रहस्य क्या है,आध्यात्मिक ज्ञान चर्चा,सत्य ज्ञान चर्चा, नवधा भक्ति,नवधा भक्ति क्या है,नवधा भक्ति आखिर है क्या,शिव की नवधा भक्ति,नवधा भक्ति का स्वरूप,न भक्ति के अंग,नवधा भक्ति के अंगो का नामोल्लेख,न भक्ति रामायण चौपाई, आदि के बारे में।
नवधा भक्ति से परम सुख की प्राप्ति पर बोलते हुए गुरुदेव |
सदगुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज कहते हैं कि-- सभी लोग शांतिपूर्ण सुख चाहते हैं और उसे संसार में ही खोजते हैं। संसार में परम शांतिदायक सुख नहीं मिल सकता। इसके लिए संतो ने बताया है ध्यान अभ्यास करो । ईश्वर की भक्ति करो। ईश्वर की भक्ति से भी शांतिमय सुख की प्राप्ति होगी । श्रीराम का प्रसंग पढ़ो, सुनो। शबरी ने परम शांतिमय सुख प्राप्त किया। उसकी भक्ति वर्णन को समझो। इसमें नवधा भक्ति का वर्णन हुआ है। इन नवो भक्तियों को करो। इन बातों को बिशेष रूप से जानने के लिए इस प्रवचन को पूरा पढें--
नवधा भक्ति से परम सुख की प्राप्ति प्रवचन भाग 1 |
नवधा भक्ति से परम सुख की प्राप्ति प्रवचन भाग 2 |
नवधा भक्ति से परम सुख की प्राप्ति प्रवचन भाग 3 |
नवधा भक्ति से परम सुख की प्राप्ति प्रवचन समाप्त |
प्रभु प्रेमियों ! गुरु महाराज के इस प्रवचन का पाठ करके आपलोगों ने जाना कि सुख और शान्ति का रहस्य क्या है,आध्यात्मिक ज्ञान चर्चा,सत्य ज्ञान चर्चा, नवधा भक्ति,नवधा भक्ति क्या है,नवधा भक्ति आखिर है क्या,शिव की नवधा भक्ति,नवधा भक्ति का स्वरूप,न भक्ति के अंग,नवधा भक्ति के अंगो का नामोल्लेख आदि बारे में। इतनी जानकारी के बाद भी अगर आपके मन में किसी प्रकार का संका या कोई प्रश्न है, तो हमें कमेंट करें। इस प्रवचन के बारे में अपने इष्ट मित्रों को भी बता दें, जिससे वे भी लाभ उठा सकें। सत्संग ध्यान ब्लॉग का सदस्य बने। इससे आपको आने वाले प्रवचन या पोस्ट की सूचना नि:शुल्क मिलती रहेगी। उपर्युक्त प्रवचन का पाठ निम्न वीडियो में किया गया है।
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जय गुरु।
S27, Understand the Navadha bhakti described by Shriram to achieve ultimate happiness -महर्षि मेंहीं
Reviewed by सत्संग ध्यान
on
8/25/2018
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