महर्षि मेंहीं सत्संग सुधा सागर" /15
प्रभु प्रेमियों ! संतमत सत्संग के महान प्रचारक सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के भारती (हिंदी) प्रवचन संग्रह "महर्षि मेंहीं सत्संग सुधा सागर" के प्रवचननंबर 16 वां, भारत देश के, बिहार राज्य के पूर्णायां जिलांतर्गत थरहरा ग्राम में हुए संतमत सत्संग के विषेशाधिवेशन कार्यक्रम में दिनांक- 24-12-1951 ई. को प्रात: काल हुआ था। --पूज्यपाद स्वामी श्री संतसेवी जी महाराज ।
इस संतमत प्रवचन में आप जानेंगे--संतमत क्या है,संतमत सत्संग : सद्गुरु महर्षि मेंही परमसतगुरु महर्षि मेंहीं प्रवचन,सत्संग ध्यान, संतों का विचार,मेरी सूरत सुहागन जागो रे निर्गुण भजन,Meri Surat Suhagan Jaag Ri Song,Kabeer Bani,सूरत, सुहागिनी,दीक्षा दीक्षा,दीक्षा का अर्थ क्या होता है,गुप्त मत,गुप्त मत का अर्थ,गुप्त ज्ञान,गुप्त ज्ञान वीडियो,गुप्त ज्ञान की बातें,रामायण की गुप्त बातें,रामायण के गुप्त रहस्य,रामायणकाल के रहस्य पढ़ें,रामायण के रहस्य,रामायण रहस्य,रामायण से जुड़े गुप्त रहस्य,Secrets Of Ramayana in Hindi, आदि के बारे में।
सूरत का जगना क्या है? पर चर्चा करते गुरुदेव |
What is the mystery of Ramayana and the awakening of Surat in Kabir speech?
सदगुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज कहते हैं कि-- "मेरी सूरत सुहागिनी जाग री।" इसमें सूरत का जगना क्या है? रामचरितमानस में आया है- "औरउ एक गुप्त मत, सबहीं कहो कर जोड़।..." इस भेद को जो जानता है, वही असल में सुरत को जागाने की कला को जानता है। वह उपाय है ध्यान-योग। इन बातों को बिशेष रूप से जानने के लिए इस प्रवचन को पूरा पढें--सूरत का जगना और गुप्तमत प्रवचन चित्र 1 |
सूरत का जगना और गुप्त मत प्रवचन चित्र दो |
सूरत का जगना और गुप्त मत प्रवचन समाप्त |
प्रभु प्रेमियों ! गुरु महाराज के इस प्रवचन का पाठ करके आपलोगों ने जाना कि Kabeer Bani,सूरत, सुहागिनी,दीक्षा दीक्षा,दीक्षा का अर्थ क्या होता है,गुप्त मत,गुप्त मत का अर्थ,गुप्त ज्ञान आदि बारे में। इतनी जानकारी के बाद भी अगर आपके मन में किसी प्रकार का संका या कोई प्रश्न है, तो हमें कमेंट करें। इस प्रवचन के बारे में अपने इष्ट मित्रों को भी बता दें, जिससे वे भी लाभ उठा सकें। सत्संग ध्यान ब्लॉग का सदस्य बने। इससे आपको आने वाले प्रवचन या पोस्ट की सूचना नि:शुल्क मिलती रहेगी। उपर्युक्त प्रवचन का पाठ निम्न वीडियो में किया गया है।
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जय गुरु।
S16, What is the mystery of Ramayana and the awakening of Surat in Kabir speech? -महर्षि मेंहीं
Reviewed by सत्संग ध्यान
on
9/06/2019
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