प्रभु प्रेमियों ! सत्संग ध्यान के इस प्रवचन सीरीज में आपका स्वागत है। आइए आज जानते हैं- संतमत सत्संग के महान प्रचारक सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के हिंदी प्रवचन संग्रह "महर्षि मेंहीं सत्संग सुधा सागर" के प्रवचन नंबर S142, , इसमें बताया गया है कि मोक्ष प्राप्ति के लिए ध्यान और योग जरूरी है । इसी विषय का प्रवचन सद्गुरु महर्षि मेंही परमहंस जी का है ।
हिंदी प्रवचन- मोक्ष क्या है? |
आपनेे उपर्युक्त्त चित्र में सद्गुरु महर्षि मेंही परमहंस जी महारााज का दर्शन किया। जो मोक्ष विषय पर प्रवचन करते हुए दिख रहे हैं । आइए वह प्रवचन क्या है ? हम लोग भी पढ़ते हैं- जो निम्नांकित चित्र में हैै -
मोक्ष क्या है? हिंदी प्रवचन |
उपर्युक्त चित्र से आप ने जाना कि जानकारी के बिना हम कोई काम नहीं कर सकते हैं। और करते हैं तो उसमें लाभ और हानि दोनों में शंका रहता है। गुरु से जान लेने के बाद, जानकार व्यक्ति से जानने के बाद हम निश्चिंत रहते हैं और जानकारी के अभाव में अनिश्चित । आगे गुरु महाराज से सुनें-
हिंदी प्रवचन- मोक्ष क्या है? |
प्रभु प्रेमियों ! आपने जाना कि बिना गुरु के कोई भी काम करने से उसमें असफलता का ज्यादा चांस रहता है। अतः योग्य गुरु से जानकारी प्राप्त करके मोक्ष क्या है? इस विषय पर चिंतन,मनन और निदिध्यासन करें। तभी शीघ्र सफलता प्राप्त कर सकेंगे। आगे गुरु महाराज को सुनते हैं-
मोक्ष क्या है हिंदी प्रवचन |
प्रभु प्रेमियों ! सद्गुरु महर्षि मेंही परमहंस जी की वाणी वेद, शास्त्र एवं सभी पहुंचे हुए संतों की वाणीयों से प्रमाणित होती है। इसका प्रमाण जानने के लिए 'सत्संग योग ' नामक पुस्तक पढ़ें। अतः: गुरु महाराज का प्रवचन प्रमाणिक है। कुछ लोग मोक्ष के विषय में अजीब- अजीब तरह की बातें करतेे हैं। जो विश्वसनीय नहीं है ।आगेेे सुने वे क्या कहते हैं-
S142, मोक्ष प्राप्ति के लिए ध्यान और योग जरूरी है। -महर्षि मेंहीं
Reviewed by सत्संग ध्यान
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12/04/2017
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