प्रभु प्रेमियों ! सत्संग ध्यान के इस प्रवचन सीरीज में आपका स्वागत है। आइए आज जानते हैं-संतमत सत्संग के महान प्रचारक सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के हिंदी प्रवचन संग्रह "महर्षि मेंहीं सत्संग सुधा सागर" के प्रवचन नंबर S328, इसमें बताया गया है कि सदा साथ रहने वाला सुख कैसे प्राप्त करें - सरलता से समझें, हम लोग अभी जिसमें सुख समझते हैं, दरअसल वही कुछ दिन के बाद दुखित करनें वाला हो जाता है । ऐसा क्या चीज है, जिसे एक बार प्राप्त कर लेने पर उससे केवल सुख-ही-सुख प्राप्त हो । वह किसी भी समय में दुख में परिणत ना हो । इस बात की चर्चा इस प्रवचन में किया गया है।
प्रवचन चित्र |
प्रवचन चित्र दो |
प्रवचन समाप्त |
प्रभु प्रेमियों ! गुरु महाराज के इस प्रवचन का पाठ करके आपने जाना कि मनुष्य जीवन का लक्ष्य क्या होना चाहिए। जिससे कि वह ऐसा सुख प्राप्त करें, जो सदा एकरस एक समान मिलता रहे । ऐसा सुख संसार में नहीं है, वह परमात्म-भक्ति में है । इतनी जानकारी के बाद भी अगर आपके मन में किसी प्रकार का शंका या कोई प्रश्न है, तो हमें कमेंट करें। इस प्रवचन के बारे में अपने इष्ट मित्रों को भी बता दें, जिससे वे भी इससे लाभ ले सके। सत्संग ध्यान ब्लोग के सदस्य बने, यह बिल्कुल निशुल्क है। इससे आपको आने वाले प्रवचन की सूचना निशुल्क मिलती रहेगी और आप इससे लाभ उठा सकेंगे।
S328, सदा साथ रहने वाला सुख कैसे प्राप्त करें -महर्षि मेंहीं
Reviewed by सत्संग ध्यान
on
5/21/2018
Rating:
कोई टिप्पणी नहीं:
प्रभु प्रेमियों! कृपया वही टिप्पणी करें जो सत्संग ध्यान कर रहे हो और उसमें कुछ जानकारी चाहते हो अन्यथा जवाब नहीं दिया जाएगा।