प्रभु प्रेमियों ! सत्संग ध्यान के इस प्रवचन सीरीज में आपका स्वागत है। आइए आज जानते हैं-संतमत सत्संग के महान प्रचारक सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के भारती (हिंदी) प्रवचन संग्रह "महर्षि मेंहीं सत्संग सुधा सागर" के प्रवचन नंबर S157, इसमें बताया गया है कि स्वतंत्रता का सुख या मोक्ष पाने के लिए घर में ही ईश्वर-भक्ति करें। हम लोग हर तरह से स्वतंत्रता का सुख पाना चाहते हैं । परतंत्रता में नहीं रहना चाहते हैं। शरीर भी बंधन है। इस से मुक्ति पाने के लिए अर्थात मोक्ष पाने के लिए ईश्वर भक्ति करना जरूरी है । ईश्वर भक्ति घर में रहकर ही कर सकते हैं । कहीं भी रहकर कर सकते हैं । जरूरत है योग गुरु से योगयुक्ति प्राप्त करने की । इन्हीं सब बातों की चर्चा का प्रवचन।
प्रवचन चित्र |
प्रवचन चित्र दो |
प्रवचन समाप्त |
प्रभु प्रेमियों ! गुरु महाराज के इस प्रवचन का पाठ करके आपलोगों ने जाना कि स्वतंत्रता का सुख या मोक्ष पाने के लिए घर में ही ईश्वर-भक्ति करें । इतनी जानकारी के बाद भी अगर आपके मन में किसी प्रकार का संका या कोई प्रश्न है, तो हमें कमेंट करें। इस प्रवचन के बारे में अपने इष्ट मित्रों को भी बता दें, जिससे वे भी लाभ उठा सकें। सत्संग ध्यान ब्लॉग का सदस्य बने। इससे आपको आने वाले प्रवचन या पोस्ट की सूचना नि:शुल्क मिलती रहेगी।
S157, स्वतंत्रता का सुख या मोक्ष पाने के लिए घर में ही ईश्वर-भक्ति करें -महर्षि मेंहीं
Reviewed by सत्संग ध्यान
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6/16/2018
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