महर्षि मेंहीं सत्संग सुधा सागर" /34
प्रभु प्रेमियों ! संतमत सत्संग के महान प्रचारक सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के भारती (हिंदी) प्रवचन संग्रह "महर्षि मेंहीं सत्संग सुधा सागर" के प्रवचननंबर 34 वां, भारत देश के, बिहार राज्य के पुर्णियां जिलांतर्गत, सिकलीगढ़ धरहरा ग्राम के संतमत सत्संग मंदिर में दिनांक- 16-11-1952 ई. को अपरान्ह काल हुआ था।--पूज्यपाद स्वामी श्री संतसेवी जी महाराज ।
इस संतमत प्रवचन में आप जानेंगे--मनोकामना पूरक,मनोकामना पूरी करने के लिए उपाय,मनोकामना पूरी करने के प्रमाणिक उपाय,मन्नत पूरी करने के उपाय,मनोकामना पूरी होने के संकेत,मनोकामना पूर्ण करने के टोटके,मनोकामना पूर्ति के हनुमान जी के उपाय,सभी मनोकामना पूर्ण होने के अचूक उपाय,करनी है हर मनोकामना पूर्ण तो ईश्वर-भक्ति है प्रमाणिक उपाय,ईश्वर तक प्रार्थना पहुँचाने का खास तरीका,ईश्वर की प्रार्थना कैसे करे ताकि पूरी हो मनोकामना,प्रार्थना की ताकत,प्रार्थना के लाभ,प्रार्थना का महत्व,प्रार्थना हिंदी में,प्रार्थना कैसे करे, आदि के बारे में।
मनोकामना पूरक प्रार्थना कैसे करें |
sabhee manokaamanaon ko poorn karane vaala eeshchar-bhakti kaise karen?
सदगुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज कहते हैं कि-- जैसे बिना दूल्हे की बारात बेकार होती है, उसी तरह मनुष्य जीवन ईश्चर-भक्ति के बिना बेकार हैं। ईश्चर-भक्ति के लिए ईश्वर के स्वरुप का ज्ञान होना चाहिए। ईश्चर -भक्ति के लिए बहुत से शास्त्रों को मथने की कोई आवश्कता नहीं है। अंतर ज्योति और अंतर-नाद के लिए सभी पहुंचे हुए संत और माननीय धर्म ग्रंथों में लिखा है। उसे जानों, खोजो तो सब चीज की जानकारी हो जाएगी। ईश्चर सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाला है । इसलिए उस की भक्ति अवश्य करो । इन बातों को बिशेष रूप से जानने के लिए इस प्रवचन को पूरा पढें--
मनोकामना पूरक प्रार्थना कैसे करें प्रवचन चित्र एक |
मनोकामना पूरक प्रार्थना कैसे करें प्रवचन चित्र दो |
मनोकामना पूरक प्रार्थना कैसे करें प्रवचन समाप्त |
प्रभु प्रेमियों ! गुरु महाराज के इस प्रवचन का पाठ करके आपलोगों ने जाना कि सभी मनोकामना पूर्ण होने के अचूक उपाय,करनी है हर मनोकामना पूर्ण तो ईश्वर-भक्ति है प्रमाणिक उपाय,ईश्वर तक प्रार्थना पहुँचाने का खास तरीका,ईश्वर की प्रार्थना कैसे करे ताकि पूरी हो मनोकामना, आदि बारे में। इतनी जानकारी के बाद भी अगर आपके मन में किसी प्रकार का संका या कोई प्रश्न है, तो हमें कमेंट करें। इस प्रवचन के बारे में अपने इष्ट मित्रों को भी बता दें, जिससे वे भी लाभ उठा सकें। सत्संग ध्यान ब्लॉग का सदस्य बने। इससे आपको आने वाले प्रवचन या पोस्ट की सूचना नि:शुल्क मिलती रहेगी। उपर्युक्त प्रवचन का पाठ निम्न वीडियो में किया गया है।
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जय गुरु।
S34, How to do bhakti-bhakti which fulfills all desires--सदगुरू महर्षि मेंहीं/सत्संग ध्यान
Reviewed by सत्संग ध्यान
on
6/25/2018
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