S71, (ख) Navdha-bhakti kee byaakhya aur Nadanusandhan ।। महर्षि मेंहीं सत्संग-सुधा ।। 12-4-1954 ई.

महर्षि मेंहीं सत्संग सुधा सागर / 71

प्रभु प्रेमियों ! सत्संग ध्यान के इस प्रवचन सीरीज में आपका स्वागत है। आइए आज जानते हैं-संतमत सत्संग के महान प्रचारक सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के हिंदी प्रवचन संग्रह "महर्षि मेंहीं सत्संग सुधा सागर" के प्रवचन नंबर ७१ के बारे में। इसमें बताया गया है कि  नवधा भक्ति में नवों भक्ति का महत्व, बिंदु ध्यान और नादानुसंधान की महिमा । 

इसके साथ ही आप इस प्रवचन में पाएंगे कि  सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के प्रवचन में नवधा भक्ति की व्याख्या अद्भुत है। महर्षि मेंही प्रवचन, महर्षि वाणी,संतमत, सत्संग महिमा, महापुरषों के प्रेरणादायक विचार, महापुरुषों के अनमोल वचन, भारतीय संतो के विचार, संत लोगों के विचार, संत बचन, भक्ति,ज्ञान, सत्संग, ध्यान, जप, तप, अखिल भारतीय संतमत सत्संग, संत सद्गुरु महर्षि मेंही, मेंहीं बाबा, कुप्पाघाट भागलपुर, महर्षि मेंहीं बाबा, महर्षि मेंहीं वीडियो, कुप्पाघाट भागलपुर बिहार, संतमत का वास्तविक स्वरुप और साधना, संतमत परिचय -संत सद्गुरु महर्षि मेंहीं, संतमत का इतिहास,श्री  संतमत विचार, kuppaghat bhagalpur, gyanvani, aaradhna इत्यादि बातें। इन बातों को जानने-समझने के पहले, आइए !  संत सदगुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज का दर्शन करें। 

इस प्रवचन के पहले वाले प्रवचन नंबर 70 को पढ़ने के लिए   यहां दवाएं।

इसी प्रवचन को लेख रूप में पढ़ने के लिए   यहां दवाएं।

भगवान राम और शबरी का आपसी वार्तालाप का दृश्य
भगवान राम के चरणों में भक्तिन शवरी

Explanation of Navdha-bhakti and Nadanusandhan. नवधा-भक्ति की ब्याख्या और नादानुसंधान 


सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज कहते हैं कि- धर्मानुरागिनी प्यारी जनता ! इस समय आपलोगों के सामने ईश्वर की भक्ति पर कहना है । ईश्वर - स्वरूप का जब निर्णय हो जाता है , तब समझ में आने लगता है कि ईश्वर की भक्ति कैसे हो ?..... इस तरह प्रारंभ करके गुरुदेव----Bhakti kya hai? bhakti karane ke lie kya jarooree hai? aankh aadi indriyon se eeshvar ko kyon nahin dekh sakate? paramaatma ko kaise jaan sakate hain? bhakti kise kahate hain? paramaatma kya khaate hain? eeshvar kaise prasann hote hain? "tan kaam mein man raam mein" kaise hota hai? shabaree kee bhakti kaisee thee? pratham bhakti kaise karanee chaahie? navadha bhakti kya hai? indriyon ko vash mein kaise rakh sakate hain? beedee peena kaise chhootata hai? tandra avastha kise kahate hai? man kahaan rahata hai? jeev ka vaas sthaan kahaan hai? jeev kab kahaan rahata hai? damasheelata kaise aatee hai? bhagavaan ke anuroop ka varnan geeta ke kis adhyaay mein hai? dam kise kahate hain? sham kise kahate hain? naadaanusandhaan kya hai? navadha bhakti ka saar kya hai? navadha bhakti mein sham dam ka mahatv, bindu dhyaan kee mahima aur varnan . geeta ke anu-se-anu roop kee praapti kaise hotee hai? naadaanusandhaan ke vividh naamon kee charcha aur upayog.....आदि बातों पर विशेष प्रकाश डालते हैं। इन बातों को अच्छी तरह समझने के लिए निम्नलिखित चित्र में पढ़ें-

71. रामचरितमानस में नवधा भक्ति

नवधा भक्ति की व्याख्या प्रवचन चित्र एक

नवधा भक्ति की व्याख्या प्रवचन चित्र दो

नवधा भक्ति की व्याख्या प्रवचन चित्र तीन

नवधा भक्ति की व्याख्या प्रवचन चित्र 4

नवधा भक्ति के व्याख्या प्रवचन चित्र 5 समाप्त

इस प्रवचन के बाद वाले प्रवचन नंबर 72 को पढ़ने के लिए   यहां दबाएं


प्रभु प्रेमियों ! गुरु महाराज के इस प्रवचन का पाठ करके आपलोगों ने जाना कि What is devotion?  What is needed to do devotion?  Why can't eyes see God with their senses?  How can one know God?  What is Bhakti called?  What does God eat?  How is God pleased?  How is "mind in mind, in Ram"?  How was Shabri's devotion?  How to do first devotion?  What is Navadha Bhakti?  How can you control the senses?  How does it stop smoking bidi?  What is sleep state?  Where does the mind live  Where is the habitat of the creature?  Where does the creature live?  How does potency come?  Which chapter of the Gita is described as analogous to God?  What is Dum?  What is sham?  What is an appendicitis?  What is the essence of Navadha Bhakti?.  इतनी जानकारी के बाद भी अगर कोई संका या प्रश्न है, तो हमें कमेंट करें। इस प्रवचन के बारे में अपने इष्ट मित्रों को भी बता दें, जिससे वे भी इससे लाभ उठा सकें। सत्संग ध्यान ब्लॉग का सदस्य बने इससे आपको आने वाले प्रवचन या पोस्ट की सूचना नि:शुल्क मिलती रहेगी। उपर्युक्त प्रवचन का पाठ निम्न वीडियो में किया गया है।




सद्गुरु महर्षि मेंही परमहंस जी महाराज के विविध विषयों पर विभिन्न स्थानों में दिए गए प्रवचनों का संग्रहनीय ग्रंथ महर्षि मेंहीं सत्संग-सुधा सागर
महर्षि मेंहीं सत्संग-सुधा सागर
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S71, (ख) Navdha-bhakti kee byaakhya aur Nadanusandhan ।। महर्षि मेंहीं सत्संग-सुधा ।। 12-4-1954 ई. S71, (ख)  Navdha-bhakti kee byaakhya aur Nadanusandhan ।। महर्षि मेंहीं सत्संग-सुधा ।। 12-4-1954 ई. Reviewed by सत्संग ध्यान on 8/16/2018 Rating: 5

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