प्रभु प्रेमियों ! सत्संग ध्यान के इस प्रवचन सीरीज में आपका स्वागत है। आइए आज जानते हैं-संतमत सत्संग के महान प्रचारक सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के भारती (हिंदी) प्रवचन संग्रह "महर्षि मेंहीं सत्संग सुधा सागर" के प्रवचन नंबर 261 वां,इसमें बताया गया है कि अन्न की बहुत आवश्यकता है ।अन्न उत्पादन में हिंसा होती है यह अनिवार्य हिंसा है ।
गुरु महाराज
Food is Godअन्न का महत्व
अन्न की बहुत आवश्यकता है ।अन्न उत्पादन में हिंसा होती है यह अनिवार्य हिंसा है । देश सुरक्षा के लिए हिंसा अनिवार्य हिंसा है। आदि इन सभी विषयों पर अच्छी तरह समझने के लिए इस प्रवचन को पूरे मन से देखें, सुनें और पढ़ें।
गुरु महाराज का प्रवचन
गुरु महाराज के प्रवचन 261
गुरु महाराज के प्रवचन अन्न
प्रभु प्रेमियों ! गुरु महाराज के इस प्रवचन का पाठ करके आपलोगों ने जाना कि Food is God अन्न का महत्व के बारे में । इतनी जानकारी के बाद भी अगर आपके मन में किसी प्रकार का शंका या कोई प्रश्न है, तो हमें कमेंट करें। इस प्रवचन के बारे में अपने इष्ट मित्रों को भी बता दें, जिससे वे भी लाभ उठा सकें। सत्संग ध्यान ब्लॉग का सदस्य बने। इससे आपको आने वाले प्रवचन या पोस्ट की सूचना नि:शुल्क मिलती रहेगी।
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