प्रभु प्रेमियों ! सत्संग ध्यान के इस प्रवचन सीरीज में आपका स्वागत है। आइए आज जानते हैं-संतमत सत्संग के महान प्रचारक सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के भारती (हिंदी) प्रवचन संग्रह "महर्षि मेंहीं सत्संग सुधा सागर" के प्रवचन नंबर S409, इसमें बताया गया है कि महर्षि मेंहीं आश्रम, कुप्पाघाट, भागलपुर-3 बिहार, भारत। एक धार्मिक स्थल के रूप में सत्संग महाविद्यालय है। इस सत्संग महाविद्यालय में ईश्वर, ईश्वर प्राप्ति, धर्म एवं अन्य बातों की शिक्षा दी जाती है तथा उसके लिए कौन सी साधना आवश्यक है । उस पर प्रकाश भी डाला जाता है और उसके अनुसार अभ्यास भी कराया जाता है।
शांति संदेश |
प्रवचन चित्र |
प्रवचन समाप्त |
प्रभु प्रेमियों ! गुरु महाराज के इस प्रवचन का पाठ करके आपलोगों ने जाना कि महर्षि मेंहीं आश्रम, कुप्पाघाट, भागलपुर-3 बिहार, भारत। एक धार्मिक स्थल के रूप में सत्संग महाविद्यालय है । इतनी जानकारी के बाद भी अगर आपके मन में किसी प्रकार का संका या कोई प्रश्न है, तो हमें कमेंट करें। इस प्रवचन के बारे में अपने इष्ट मित्रों को भी बता दें, जिससे वे भी लाभ उठा सकें। सत्संग ध्यान ब्लॉग का सदस्य बने। इससे आपको आने वाले प्रवचन या पोस्ट की सूचना नि:शुल्क मिलती रहेगी।
S409, सद्गुरु महर्षि मेंहीं की दृष्टि में कुप्पाघाट, आश्रम सत्संग महाविद्यालय
Reviewed by सत्संग ध्यान
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5/26/2018
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