प्रभु प्रेमियों ! सत्संग ध्यान के इस प्रवचन सीरीज में आपका स्वागत है। आइए आज जानते हैं-संतमत सत्संग के महान प्रचारक सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के हिंदी प्रवचन संग्रह "महर्षि मेंहीं सत्संग सुधा सागर" के प्रवचन नंबर S428, इसमें बताया गया है कि संतमत क्या है? संतमत के उपदेश और इतिहास क्या है? इन बातों को अच्छी तरह से विस्तार सहित समझाया गया है।
प्रवचन चित्र 1 |
प्रवचन चित्र दो |
प्रवचन समाप्त |
प्रभु प्रेमियों ! आप लोगों ने गुरु महाराज के प्रवचन का पाठ करके जाना कि संतमत का इतिहास क्या है और उपदेश क्या है । इतनी जानकारी के बाद भी अगर किसी प्रकार का शंका या कोई प्रश्न है, तो हमें कमेंट करें। इस ब्लॉग के सदस्य बनें और अपने इष्ट मित्रों को भी गुरु महाराज के प्रवचन के बारे में बताएं। फिर मिलेंगे जय गुरुवर।
S428, संतमत क्या है? संतमत के उपदेश और इतिहास -महर्षि मेंहीं
Reviewed by सत्संग ध्यान
on
5/16/2018
Rating:
कोई टिप्पणी नहीं:
प्रभु प्रेमियों! कृपया वही टिप्पणी करें जो सत्संग ध्यान कर रहे हो और उसमें कुछ जानकारी चाहते हो अन्यथा जवाब नहीं दिया जाएगा।