S33, The basic mantra of promotion, freedom from fear and heaven hell fantasy or reality --सदगुरू महर्षि मेंहीं
महर्षि मेंहीं सत्संग सुधा सागर" /33
प्रभु प्रेमियों ! संतमत सत्संग के महान प्रचारक सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के भारती (हिंदी) प्रवचन संग्रह "महर्षि मेंहीं सत्संग सुधा सागर" के प्रवचन नंबर 33 वां, भारत देश के, बिहार राज्य के मधेपुरा जिलांतर्गत, देवैल ग्राम में संतमत सत्संग कार्यक्रम में दिनांक- 11-11-1952 ई. को अपरान्ह काल हुआ था। --पूज्यपाद स्वामी श्री संतसेवी जी महाराज ।
इस संतमत प्रवचन में आप जानेंगे--डर को दूर कैसे करे,नौकरी जाने के डर से ज्यादा मेहनत करना,डर का असर दिमाग़ पर,डर से डरो मत,डर से मुक्ति,डर को कैसे दूर करें,डर को कैसे खत्म करें,डर क्यों लगता है,डर को कैसे दूर करे इन हिंदी,डर क्या है,मानसिक डर का स्थाई इलाज,स्वर्ग का रास्ता,जिन्दा शरीर के साथ स्वर्ग क्यों नहीं जा सकते,कहां है स्वर्ग लोक,स्वर्ग का सुख,स्वर्ग नरक,स्वर्ग नरक का वर्णन,स्वर्ग का वर्णन,स्वर्ग का इतिहास,स्वर्ग का देवता,स्वर्ग आहे का,स्वर्ग अनार का,स्वर्ग और नर्क कल्पना या हकीकत आदि के बारे में।
तरक्की के मंत्र पर प्रवचन करते गुरुदेव |
The basic mantra of promotion, freedom from fear and heaven hell fantasy or reality
सदगुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज कहते हैं कि-- लोग दुख ना हो, इस डर से काम करते हैं। डर से ही लोग खेती करते हैं, नौकरी करते हैं, पढ़ते हैं एवं अन्य काम करते हैं। स्वर्ग में भी सुख-दुख लगा रहता है। इसलिए देवता भी मनुष्य शरीर में आना चाहते हैं। क्योंकि मनुष्य सरीर से ईश्वर-भक्ति करके परम सुखी हुआ जा सकता है? संतों का उपदेश विषय-सुखों से ऊपर उठने का है। इसके लिए जो योग्य गुरु से की विधी को जानकर साधन करते हैं, वह परम सुख को प्राप्त करते हैं। साधना में तरक्की के लिए संयम की आवश्कता है। इन बातों को बिशेष रूप से जानने के लिए इस प्रवचन को पूरा पढें--
तरक्की का मूल मंत्र प्रवचन चित्र एक |
तरक्की का मूल मंत्र प्रवचन चित्र दो |
तरक्की का मूल मंत्र प्रवचन चित्र समाप्त |
प्रभु प्रेमियों ! गुरु महाराज के इस प्रवचन का पाठ करके आपलोगों ने जाना कि डर को दूर कैसे करे,नौकरी जाने के डर से ज्यादा मेहनत करना,डर का असर दिमाग़ पर,डर से डरो मत,डर से मुक्ति,डर को कैसे दूर करें,डर को कैसे खत्म करें आदि बारे में। इतनी जानकारी के बाद भी अगर आपके मन में किसी प्रकार का संका या कोई प्रश्न है, तो हमें कमेंट करें। इस प्रवचन के बारे में अपने इष्ट मित्रों को भी बता दें, जिससे वे भी लाभ उठा सकें। सत्संग ध्यान ब्लॉग का सदस्य बने। इससे आपको आने वाले प्रवचन या पोस्ट की सूचना नि:शुल्क मिलती रहेगी। उपर्युक्त प्रवचन का पाठ निम्न वीडियो में किया गया है।
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जय गुरु।
S33, The basic mantra of promotion, freedom from fear and heaven hell fantasy or reality --सदगुरू महर्षि मेंहीं
Reviewed by सत्संग ध्यान
on
7/23/2018
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