प्रभु प्रेमियों ! सत्संग ध्यान के इस प्रवचन सीरीज में आपका स्वागत है। आइए आज जानते हैं-संतमत सत्संग के महान प्रचारक सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के भारती (हिंदी) प्रवचन संग्रह "महर्षि मेंहीं सत्संग सुधा सागर" के प्रवचन नंबर S355, इसमें बताया गया है कि सबसे बड़ा चमत्कार क्या है। प्रत्येक व्यक्ति चमत्कारी बनना अवश्य चाहता है, इसीलिए जादू, टोना, तंत्र-मंत्र इत्यादि हमारे देश में बहुत तरह के जाल फैला हुआ है। लेकिन माया जाल से बचकर मनुष्य कैसे असल में सुख शांति को प्राप्त कर सकता है और वह सबसे बड़ा चमत्कार क्या है इस बारे में इस प्रवचन में बताया गया है।
ईश्वर-भक्ति का मार्ग |
प्रवचन चित्र |
प्रवचन समाप्ति चित्र |
प्रभु प्रेमियों ! गुरु महाराज के इस प्रवचन का पाठ करके आपलोगों ने जाना कि सबसे बड़ा चमत्कार क्या है । इतनी जानकारी के बाद भी अगर आपके मन में किसी प्रकार का संका या कोई प्रश्न है, तो हमें कमेंट करें। इस प्रवचन के बारे में अपने इष्ट मित्रों को भी बता दें, जिससे वे भी लाभ उठा सकें। सत्संग ध्यान ब्लॉग का सदस्य बने। इससे आपको आने वाले प्रवचन या पोस्ट की सूचना नि:शुल्क मिलती रहेगी।
S355, चमत्कारी बनना चाहते हैं तो यह प्रवचन अवश्य पढ़ें -महर्षि मेंहीं
Reviewed by सत्संग ध्यान
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7/04/2018
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