महर्षि मेंहीं सत्संग सुधा सागर" /461
प्रभु प्रेमियों ! संतमत सत्संग के महान प्रचारक सद्गुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के भारती (हिंदी) प्रवचन संग्रह "महर्षि मेंहीं सत्संग सुधा सागर" भाग 2 के प्रवचन नंबर 07 वां, भारत देश के, यूं.पी. प्रांत के मुरादाबाद जिलांतर्गत तारवां ग्राम में श्री रामचन्द्र जी अष्टाना के यहां आयोजित संतमत सत्संग में दिनांक- 07-10-1949 ई. को अपराह्न काल में हुआ था। --पूज्यपाद स्वामी श्री संतसेवी जी महाराज ।
इस संतमत प्रवचन में आप जानेंगे-- शिवलिंग की महिमा,असली शिवलिंग कहा मिलेगा,असली शिवलिंग की पहचान,शिवलिंग पूजा विधि,शिवलिंग का सच,शिवलिंग के प्रकार, नाद ध्यान,अनाहत नाद, वेदांत,नाद ब्रह्म ध्यान,अनहद नाद मैडिटेशन टेक्निक्स,ब्रह्म नाद क्या है,नाद योग के लाभ,नाद की परिभाषा क्या है, आदि के बारे।
शिवलिंग पर चर्चा करते हुए गुरुदेव |
How to worship a Shivalinga who gives success
सदगुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज कहते हैं कि- शिवलिंग की पूजा का सही विधान क्या है? असली शिवलिंग की पूजा कैसे करें? तुरंत फलदाई शिवलिंग का पूजन । सिद्धि देने वाला शिवलिंग की पूजा कैसे करें? शिव जी का असली पूजा बिंदु नाद ध्यान पर विशेष प्रवचन। पूरी जानकारी के लिए इस प्रवचन को पूरा पढें-
शिवलिंग और शिवालय प्रवचन चित्र एक |
शिवलिंग और शिवालय प्रवचन चित्र दो |
शिवलिंग और शिवाले प्रवचन समाप्त |
प्रभु प्रेमियों ! गुरु महाराज के इस प्रवचन का पाठ करके आपलोगों ने जाना कि शिवलिंग की महिमा,असली शिवलिंग कहा मिलेगा,असली शिवलिंग की पहचान,शिवलिंग पूजा विधि,शिवलिंग का सच। इतनी जानकारी के बाद भी अगर आपके मन में किसी प्रकार का संका या कोई प्रश्न है, तो हमें कमेंट करें। इस प्रवचन के बारे में अपने इष्ट मित्रों को भी बता दें, जिससे वे भी लाभ उठा सकें। सत्संग ध्यान ब्लॉग का सदस्य बने। इससे आपको आने वाले प्रवचन या पोस्ट की सूचना नि:शुल्क मिलती रहेगी।
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S461, How to worship a Shivalinga who gives success? बिंदु-नाद ध्यान पर बिशेष --महर्षि मेंहीं
Reviewed by सत्संग ध्यान
on
7/12/2018
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