S145, (ख) मृत्यु के बाद जीव लिंग शरीर या सूक्ष्म शरीर में रहता है। -महर्षि मेंहीं
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6/30/2018
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S145, मृत्यु के बाद जीव लिंग शरीर या सूक्ष्म शरीर में रहता है। -महर्षि मेंहीं
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6/30/2018
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S395, संतमत में मानस जप और अन्य साधना का महत्व -महर्षि मेंहीं
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6/30/2018
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S354, संतमत एवं अन्य मतों का मेल और ईश्वर भक्ति -महर्षि मेंहीं
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6/30/2018
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S313, सामुदायिक प्रार्थना- स्तुति प्रार्थना और उपासना का महत्व -महर्षि मेंहीं
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6/29/2018
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S385, नासाग्र का सही स्वरूप और बिंदु ध्यान कैसे करें -महर्षि मेंहीं
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6/29/2018
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S208, (ख) संत और सच्चे सद्गुरु की पहचान तथा सत्संग की विशेषता -महर्षि मेंहीं
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6/29/2018
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S208, (क) संत और सच्चे सद्गुरु की पहचान तथा सत्संग की विशेषता -महर्षि मेंहीं
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6/29/2018
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S282, (ख) ईश्वर-भक्ति, ईश्वर दर्शन और ईश्वर दर्शन के उपयुक्त साधन -महर्षि मेंहीं
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6/28/2018
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S282, (क) ईश्वर-भक्ति, ईश्वर दर्शन और ईश्वर दर्शन के उपयुक्त साधन -महर्षि मेंहीं
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6/28/2018
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S124, (ख) आत्मा और परमात्मा का क्या संबंध है ।। What is the difference between soul and god
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6/28/2018
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S124, (क) बिना ध्यान के समाधि नहीं ।। Aatma aur Paramaatma mein Antar ।। १३.८.१९५५ ई०अपराह्न
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6/28/2018
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S77, (ख) विकारों से बचने का सही एवं सर्वोत्तम शास्त्रीय उपाय ।। महर्षि मेंहीं सत्संग-सुधा ।। 16-04-1954 ई.
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6/28/2018
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S228, (ख) ईश्वर भक्ति में दृष्टि योग कैसे करें ? -महर्षि मेंहीं
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6/27/2018
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S228, (क) ईश्वर भक्ति में दृष्टि योग कैसे करें ? -महर्षि मेंहीं
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6/27/2018
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S96, (ख) The true meaning of Kabir Bani ।। महर्षि मेंहीं वचनामृत ।। प्रात: दि.14-10-1954ई. मुरादाबाद, U.P.
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6/27/2018
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S480, ध्यान कैसे होगा? सद्गुरु की कृपा कैसे प्राप्त करें? -महर्षि मेंहीं
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6/25/2018
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S34, How to do bhakti-bhakti which fulfills all desires--सदगुरू महर्षि मेंहीं/सत्संग ध्यान
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6/25/2018
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S66, (ख) ईश्वर की सेवा और भक्ति कैसे करें ।। महर्षि मेंहीं सत्सग सुधा ।।१२.३.१९५४ई. ।। सत्संग ध्यान
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6/25/2018
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S390, सबसे बड़ा पाप है--किसी की निंदा करनी। निंदा और कबीर साहब -महर्षि मेंहीं
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6/23/2018
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S144, धन उपार्जन करने का सही तरीका एवं ईश्वर-भक्ति -महर्षि मेंहीं
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6/22/2018
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S418, सत्संग कराने वाला उत्तम फल का अधिकारी -महर्षि मेंहीं
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6/22/2018
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S159, (ख) संतों के आज्ञानुसार आरती (ईश्वर भक्ति) करने से परम कल्याण
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6/22/2018
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S159, (क) संतों के आज्ञानुसार आरती (ईश्वर भक्ति) करने से परम कल्याण
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6/22/2018
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S386, भारत की महिमा व सत्संंग की बातें-सद्गुरु महर्षि मेंहीं के भारती (हिंदी) प्रवचन
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6/21/2018
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S227, आप कौन हैं? हम अपने को मन-इंद्रिय नहीं जाने -महर्षि मेंहीं
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6/20/2018
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S358, संतमत में बहुत समास रूप में ईश्वर का ज्ञान -महर्षि मेंहीं
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6/20/2018
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S72, (ख) मन, बुद्धि आदि इंद्रियों के ज्ञान से परे है परमात्मा ।। महर्षि मेंहीं प्रवचन ।। मिरजानहाट, भागलपुर
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6/20/2018
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S351, संतमत की साधना और गुरु महिमा पर प्रकाश -महर्षि मेंहीं
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6/19/2018
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S363, वैदिक धर्म, सनातन धर्म और संतमत व गो. तुलसीदास -महर्षि मेंहीं
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6/19/2018
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S273, सत्संग की बातें- गृहस्थ के कर्तव्य--सद्गुरु महर्षि मेंही के भारती(हिंदी) प्रवचन
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6/19/2018
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S480, एक परमात्मा को जानो, तो सबकुछ जान जाओगे -महर्षि मेंहीं
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6/18/2018
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S479, ज्ञान सरोवर की कथा- सगुण भक्ति से माया का नाश नहीं -महर्षि मेंहीं
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6/18/2018
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S112, संतमत सत्संग का आधार ।। Vaigyaanik Vidhi aur Eeshvareey Gyaan ।। ६.६.१६५५ ई० प्रातः
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6/18/2018
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S392, ज्ञान देकर खाना चाहिए। साधु मुफ्त में नहीं खाते -सद्गुरु महर्षि मेंहीं
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6/18/2018
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S241, (ख) मृत्यु अवश्य होगी,मृत्यु के पहले ईश्वर भजन करके मोक्ष प्राप्त करें ।
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6/17/2018
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S241, (क) मृत्यु अवश्य होगी,मृत्यु के पहले ईश्वर भजन करके मोक्ष प्राप्त करें ।
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6/17/2018
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S163, संसार में सुखी रहने का तरीका और ईश्वर भक्ति -महर्षि मेंहीं
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6/16/2018
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